20 जनवरी 2013

कर्बला में सोने वालो माहपारो अलविदा

आज करारी में जुलूसे अमारी बड़ी शानो शौकत के साथ इखतिताम पज़ीर हुवा। सर्द लहर के बावोजूद भारी तादाद में अज़ादारों  ने शिरकत की।  


15 जनवरी 2013

मालाड, मुंबई में जुलूसे अमारी

कल रात मालोनी में जुलूसे अमारी बरामद हुआ। 
इफ्तेताही तक़रीर मौलाना मोहसिन (इंदौर) ने पढ़ी और इख्तेतेमी तक़रीर मौलन हसनैन करारवी ने की।
शहर की पांच अंजुमनों ने हिस्सा लिया।
अंजुमने मोहफिज़े इस्लाम ने इस जुलूस का एहतिमाम किया। 

13 जनवरी 2013

तनहा पिसर की मय्यत जब शाह ने उठाई

मौलाना कमर महदी के घर आज मजलिस के बाद ज़व्वार (फ़िरोज़ ) का पढ़ा हुवा नौहा।
 

12 जनवरी 2013

यह भारत है यहाँ मातम अलल एलान होता है

हिंदू ब्रदर्स की टीम ने नौहा पढ़ा

‘हम हिंदुओं ने पढ़ लिया कलमा हुसैन का, 

गाती है नाम गंगा और जमुना हुसैन का’।


मुहर्रम के 40वें दिन हुसैन की चालीसी मनाने बलदेव प्रसाद के नेतृत्व में पटना सिटी पहुंचे ‘हिंदू ब्रदर्स’ की टीम ने यह नौहा गाया। यह मौका सिया मुसलमान भाइयों की ओर से आयोजित ‘शाब-ए-दारी’ का था। 

पहले विद्वानों ने सभा को संबोधित किया। इसके बाद जुलूस निकला गया जिसमें बलदेव का साथ रामलाल शर्मा, राम लखन प्रसाद और विनोद कुमार ने दिया। अपने गीत में उन्होंने करबला में यजीदी व हुसैन के बीच हुए धर्म-युद्ध का बखान किया। उनलोगों ने यजीद को रावण और हुसैन को भगवान की संज्ञा दे डाली।

हुसैन की चालीसी पर सिया मुसलमानों के जुलूस में हिन्दू मातमी अंजुमन-ए-हुसैनी हिन्दू ब्रदर्स की टीम ने मातम मनाया। मुस्लिम महिलाओं ने भी मातम में हिस्सा लिया। जुलूस सैयद मुबारक अली साहब के इमामबाड़े से निकली और गलियों में घूम कर वापस इमामबाड़े पर समाप्त हुई।