30 अप्रैल 2013

29 अप्रैल 2013

सुब्बन भाई के बड़े बेटे शिराज़ी का निकाह

 इलाहबाद में मुक़ीम महावाँ के सुब्बन साहेब के बड़े लड़के की बारात आज़मगढ़ के ठेमका ईलाके में गई थी। केमका के गाँव केत्लीपुर में निकाह हुआ। मौलाना मुन्तजिर मेहदी ने हदीसे किसा पढ़ी और मौलाना रज़ा  हैदर साहब ने अक़्द पढ़ा।
यह बारात 1 8 अप्रैल को इलाहबाद से रवाना हुई थी।
शिराज़ी और मौलाना रज़ा  हैदर साहब निकाह के बाद फोटो खिंचाते हुए।

दिल्ली में जश्ने इस्मत

27 अप्रैल 2013

उन्नाव में सुब्बन भाई के मझले लड़के नाज़िर हुसैन का निकाह

अप्रैल की 2 0  तारीख को उन्नाव में सुब्बन भाई के मझले लड़के नाज़िर हुसैन का निकाह अंजाम पाया। दुल्हन की जानिब से मौलाना ज़फ़रयाब (हैदराबाद ) वकील थे दुल्हे की तरफ से मौलाना जवाद हैदर साहब।
तस्वीर में दुल्हे के ससुर टोपी लगाए हुए जिन्हें उन्नाव में शेरा के नाम से पुकारा जाता है।
बारात दो बस गई थॆ. एक इलाहाबाद शहर से और दूसरी करारी से। 
सक़लैन भाई और दीगर साकिनाने उन्नाव जिनका ताल्लुक करारी से है, इन्हों ने बारातियों की खूब खातिर मुदारात की।  

होशियार यह कारोबार हमारे हिन्दोस्तान में भी हो रहा है

 

13 अप्रैल 2013

करारी शिया जामे मस्जिद में तीन मजलिसें

हज़रत ज़हरा (स. अ. ) की शहादत के मौके करारी शिया जामे मस्जिद में तीन मजलिसें रखी गई है। कल एक हो चुकी है जिसे मौलाना सगीर हुसैन साहब ने ख़िताब फरमाई , आज मौलाना सय्यद जवाद हैदर साहब पढेंगे और इंशा अल्लाह कल मौलाना मोहम्मद जौन आबिदी साहब का बयां होगा।
यह सभी मजालिस नमाज़े मग्रबैन के फ़ौरन बाद हैं। 

04 अप्रैल 2013

नमाज़े मग्रेबैन के बाद मजलिस

अभी नमाज़े मग्रेबैन के फ़ौरन बाद ईसाले सवाब की एक मजलिस करारी शिया जामे मस्जिद में होने जा रही है जिसकी खिताबत क़ुम ईरान से आए हुए मौलाना जैगमुर रिज़वी करने वाले है। 
यह मजलिस मरहूम सय्यद मंज़ूर हसन रिज़वी, मरहूमा कनीज़ कुबरा और मरहूम सय्यद ग़ुलाम हसनैन करार्वी के ईसाले सवाब के लिए रखी  गई है। 
आप से गुज़ारिश है की इनके लिए एक सुरा फातेहा ख़त्म करें। 

मरहूम ज़हूरुल मेहदी का चेहलुम

 

01 अप्रैल 2013

युसूफ भय्या नहीं रहे

 कुल्लो नफ़्सिन ज़ाएक़तुल मौत
तालाबपर के युसुफ भाई का एक लम्बे अरसे बीमार रहने के बाद आज अस्र के क़रीब इन्तेक़ाल हो गया . 
इन्तेक़ाल के वक़्त उनके अज़ीज़ और रिश्तेदार उनके करीब थे। बॉम्बे मर्केंटाइल में काम कर रहे मरहूम के फ़रज़न्द, ज़व्वार (फ़िरोज़) भी करारी में थे. 
अल्लाह इन मोमिनीन को सब्र अता करे. ज़व्वार से  08976645889 पर राबता किया जा सकता.