25 सितंबर 2013
24 सितंबर 2013
"लईम " किसे कहते हैं?
भांजा: मामूजान "लईम " किसे कहते हैं?
मामूजान: समाज में ऐसे लोग भी होते हैं जो अपनी ज़िन्दगी दौलत कमाने में सर्फ़ कर देते हैं, हलाल और हराम जारिए का ख्याल भी नहीं करते हैं. ऐसे अफराद अपनी कमाई में से कोई हिस्सा ज़रुरत मंदों में तकसीम नहीं करते बल्कि सिर्फ अपने और अपने घर वालों पर खर्च करते हैं, ऐसे अफराद को "बखील"यानी कंजूस कहा जाता है.
और एक तबका मोआशरे में ऐसा होता है जो दौलत इकठ्ठा करता है इन्फाक नहीं करता न अपने और न अपने घर वालों पर खर्च करता है इस शख्स को "लईम" कहते हैं,
दौलत होते हुवे भी वोह बद हाल रहता है और दूसरों से अपनी ज़रूरीयात की तवक़्क़ो रखता है..
मामूजान: समाज में ऐसे लोग भी होते हैं जो अपनी ज़िन्दगी दौलत कमाने में सर्फ़ कर देते हैं, हलाल और हराम जारिए का ख्याल भी नहीं करते हैं. ऐसे अफराद अपनी कमाई में से कोई हिस्सा ज़रुरत मंदों में तकसीम नहीं करते बल्कि सिर्फ अपने और अपने घर वालों पर खर्च करते हैं, ऐसे अफराद को "बखील"यानी कंजूस कहा जाता है.
और एक तबका मोआशरे में ऐसा होता है जो दौलत इकठ्ठा करता है इन्फाक नहीं करता न अपने और न अपने घर वालों पर खर्च करता है इस शख्स को "लईम" कहते हैं,
दौलत होते हुवे भी वोह बद हाल रहता है और दूसरों से अपनी ज़रूरीयात की तवक़्क़ो रखता है..
23 सितंबर 2013
तबाही और बर्बादी
22 सितंबर 2013
समर हसन की जानिब से मुम्बरा में तशक्कुर की महफ़िल
कल रात मुम्बरा में समर हसन रिज़वी ने अपने फरजंद अरमान रिज़वी के शिफ़ा याब होने पर एक महफ़िल का इनेक़ाद किया।
नमाज़े मग़रिब के बाद इस मुख़्तसर से प्रोग्राम में हलचल आज़मी और मोहसिन जैदी साहेबान ने अपना कलाम पढ़ा और मौलाना एहसान हैदर साहब ने तक़रीर की.
सोहाना कंपाउंड की मस्जिद में हुवे इस प्रोग्राम का इफ्तेताह खुद समर हसन ने किया।
आज इसी सोहाना में एक मजलिसे तरहीम बाद नमाज़े मग़रिब रखी गई जिसमें मौलाना मुन्तसिर साहब (मोहसिन) खिताबत फ़रमाएंगे।
यह मजलिस समर हसन की मरहूमा वालेदा के ईसाले सवाब के लिए है.
नमाज़े मग़रिब के बाद इस मुख़्तसर से प्रोग्राम में हलचल आज़मी और मोहसिन जैदी साहेबान ने अपना कलाम पढ़ा और मौलाना एहसान हैदर साहब ने तक़रीर की.
सोहाना कंपाउंड की मस्जिद में हुवे इस प्रोग्राम का इफ्तेताह खुद समर हसन ने किया।
समर हसन अपना कलाम पेश करते हुए |
यह मजलिस समर हसन की मरहूमा वालेदा के ईसाले सवाब के लिए है.
21 सितंबर 2013
मुसलमानों की टोपी
20 सितंबर 2013
केसन, कुछ यादें
वादिस सलाम, करारी में मरहूम केसन 2007 सोज़ पढ़ते हुए।
18 सितंबर 2013
आबिद रज़ा की मुबारकबाद
17 सितंबर 2013
इमाम रेज़ा (अ.स.) की विलादत मुबारक हो
आप सभी लोगों की ख़िदमत में आठवें इमाम, हज़रत अली रेज़ा की विलादत पर मुबारकबाद।
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