allamah jawadi लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
allamah jawadi लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
14 अगस्त 2012
13 अप्रैल 2012
01 अगस्त 2010
सुरूद: या इमामे ज़माँ आप क्यूँ हैं निहां
यह तराना तकरीबन दस साल पहले बॉम्बे में १५ शाबान के जश्न में पढ़ा गया था . इस तराने को मरहूम अल्लामा जीशान हैदर जवादी ने लिखा था. इस को स्कूल के बच्चों ने बहुत ख़ूबसूरती से पढ़ा है.
सदस्यता लें
संदेश (Atom)