18 जुलाई 2018

बुजुर्गों की याद

हम अपने रफ़्तगाँ को याद रखना चाहते हैं 
दिलों को दर्द से आबाद रखना चाहते हैं
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1. Marhum Sayyed Ghulam Hasnain Kararvi
2. Marhum Ameer Ali Rizvi
3. Marhum Sayyed Ghulam Sibtain Rizvi
Sons of Marhum Sayyed Ameer Ali Rizvi

20 जून 2018

आह ! मौलाना एहसान हैदर जवादी

ये ईद .......



गुज़र तो जाएगी तेरे बगैर भी लेकिन 

बहुत उदास बहुत बेक़रार गुजरेगी



11 मई 2018

Football dreams battle Israeli bullets


Muhammad Khalil Obeid is refusing to abandon his dream of becoming a professional football player.

After being shot in both knees by an Israeli sniper on 30 March, Obeid requires major surgery to have any chance of resuming his beloved game. Doctors have told the 23-year-old he would need to travel from Gaza to Germany or Turkey for that surgery.

Overcoming initial despair and determined that the operation take place, he has decided to search for a charity that will pay his costs.

“I dream of playing in Europe, I will not kill my dream,” he said. “And I will not let the Israeli occupation kill my dream.”

Obeid had been part of al-Salah club in Gaza since he was 17. As well as being a talented football player, he finished first in a Gaza marathon that he ran last year.

He is one of 27 competitive athletes injured during the Great March of Return between late March – when the protests began – and late April, according to Gaza’s youth and sports ministry.

A video which Obeid made capturing the moment he was shot during the protests has been widely viewed on the Internet. Obeid was accompanied by several other sports enthusiasts from the Deir al-Balah area of central Gaza at the time he was shot.

Life-changing injuries
A recent investigation by Amnesty International concluded that Israel may be deliberately causing life-changing injuries to people such as Obeid, who have taken part in the Gaza protests.

Amnesty has also cited evidence that Israel is using high-velocity rifles and bullets that expand on impact to cause maximum harm against protesters. Many of the weapons used by Israel against protesters are US-made.

Ata Ahmed Abu al-Hossna was shot by Israeli forces on Friday, 6 April – one week after Obeid.

The 27-year-old spent much of that day at a protest tent near Jabaliya, northern Gaza. When he saw youth burning tires – an effort to thwart Israel’s detection of targets for sniper fire – Abu al-Hossna decided that he should join them. Shortly afterwards, Israel began shooting live ammunition in the direction of demonstrators.

As he tried to flee for safety, Abu al-Hossna was shot in the left leg. “I do not remember what happened after that,” he said.





आँख फाड देने वाला सच


आँख फाड देने वाला सच, पढ कर आप भी आश्चर्य चकित रह जायेगे ?
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भारत में कुल 4120 MLA और 462 MLC हैं अर्थात कुल 4,582 विधायक।
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प्रति विधायक वेतन भत्ता मिला कर प्रति माह 2 लाख का खर्च होता है। अर्थात
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91 करोड़ 64 लाख रुपया प्रति माह। इस हिसाब से प्रति वर्ष लगभ 1100 करोड़ रूपये।
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भारत में लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 776 सांसद हैं।
इन सांसदों को वेतन भत्ता मिला कर प्रति माह 5 लाख दिया जाता है।
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अर्थात कुल सांसदों का वेतन प्रति माह 38 करोड़ 80 लाख है। और हर वर्ष इन सांसदों को 465 करोड़ 60 लाख रुपया वेतन भत्ता में दिया जाता है।
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अर्थात भारत के विधायकों और सांसदों के पीछे भारत का प्रति वर्ष 15 अरब 65 करोड़ 60 लाख रूपये खर्च होता है।
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ये तो सिर्फ इनके मूल वेतन भत्ते की बात हुई। इनके आवास, रहने, खाने, यात्रा भत्ता, इलाज, विदेशी सैर सपाटा आदि का का खर्च भी लगभग इतना ही है।
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अर्थात लगभग 30 अरब रूपये खर्च होता है इन विधायकों और सांसदों पर।
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अब गौर कीजिए इनके सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों के वेतन पर।
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एक विधायक को दो बॉडीगार्ड और एक सेक्शन हाउस गार्ड यानी कम से कम 5 पुलिसकर्मी और यानी कुल 7 पुलिसकर्मी की सुरक्षा मिलती है।
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7 पुलिस का वेतन लगभग (25,000 रूपये प्रति माह की दर से) 1 लाख 75 हजार रूपये होता है।
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इस हिसाब से 4582 विधायकों की सुरक्षा का सालाना खर्च 9 अरब 62 करोड़ 22 लाख प्रति वर्ष है।
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इसी प्रकार सांसदों के सुरक्षा पर प्रति वर्ष 164 करोड़ रूपये खर्च होते हैं।
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Z श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त नेता, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए लगभग 16000 जवान अलग से तैनात हैं।
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जिन पर सालाना कुल खर्च लगभग 776 करोड़ रुपया बैठता है।
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इस प्रकार सत्ताधीन नेताओं की सुरक्षा पर हर वर्ष लगभग 20 अरब रूपये खर्च होते हैं।
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अर्थात हर वर्ष नेताओं पर कम से कम 50 अरब रूपये खर्च होते हैं।
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इन खर्चों में राज्यपाल, भूतपूर्व नेताओं के पेंशन, पार्टी के नेता, पार्टी अध्यक्ष , उनकी सुरक्षा आदि का खर्च शामिल नहीं है।
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यदि उसे भी जोड़ा जाए तो कुल खर्च लगभग 100 अरब रुपया हो जायेगा।
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अब सोचिये हम प्रति वर्ष नेताओं पर 100 अरब रूपये से भी अधिक खर्च करते हैं, बदले में गरीब लोगों को क्या मिलता है ?
क्या यही है लोकतंत्र ?
(यह 100 अरब रुपया हम भारत वासियों से ही टैक्स के रूप में वसूला गया होता है।)

01 मई 2018

करारी के पास सड़क हादसा


करारी कस्बे के हज़रतगंज मोहल्ला निवासी चांद का बाइस वर्षीय पुत्र मोहम्मद आसिफ 5 बजे सुबह कार से इलाहबाद जा रहा था कि सराय अकिल थाना क्षेत्र के कुण्डरी गाँव के समीप जानवर को बचाने के चक्कर में कार पेड़ से टकरा गई जिससे चालक आसिफ की मौके पर मौत हो गई। और एनब रिज़वी पुत्र सैदुल हसन को गंबीर चोटें आई हैं जिसे जिसे जिला अस्पताल मंझनपुर भेजा गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने लिखा पढ़ी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।

रिपोर्ट-मेराज शेख़ करारी कौशाम्बी।
मो.न.-8115771619

30 अप्रैल 2018

मौलाना सिब्ते हसन साहब मरहूम, हिंदो-पाक के पहले ख़तीब




मौलाना सिब्ते हसन साहब मरहूम 
बर्रे सग़ीर के पहले ख़तीब,
मुहर्रम में 
मरसिया,
सोज़,
सलाम,
रौज़ा ख्वानी को 
खिताबत में तब्दील करनेवाले ज़ाकिर
जिन्हों ने मजलिसे अजा में 
खिताबत के फन को राएज किया 





भाजपा के रोज़गार

मितरों... यह रोज़गार तो भाजपा के ही कारण प्राप्त हुआ है...


22 अप्रैल 2018

बहुत खतरनाक सोच


लखनऊ के अबिशेक मिश्र ने OLA टैक्सी इस लिए कैंसिल कर दी क्यूंकि ड्राईवर मुसलमान था.
और वोह अपना पैसा जेहादियों को नहीं देना चाहता था.
अभिषेक मुसलमानों को कोई पैगाम देना चाहता है. ये है भाजपा से जुड़े हुए लोगों की मानसिकता .......
क्या अपनी गाडी में खाड़ी देशों से आये पेट्रोल भरवाना बंद करदेगा अभिषेक?
अगर हम सब लोग इसी तरह सोचने लगेंगे तो यह देश अर्थ व्यवस्था के लिए बहुत नुकसान होगा.


20 अप्रैल 2018

पंडित के पास कोई जबाब नहीं था।

एक दिन पंडित को प्यास लगी, संयोगवश घर में पानी नहीं था। इसलिए उसकी पत्नी पड़ोस से पानी ले आई। पानी पीकर पंडित ने पूछा....
पंडित - कहाँ से लायी हो? बहुत ठंडा पानी है।
पत्नी - पड़ोस के कुम्हार के घर से।
(पंडित ने यह सुनकर लोटा फेंक दिया और उसके तेवर चढ़ गए। वह जोर-जोर से चीखने लगा )
पंडित - अरी तूने तो मेरा धर्म भ्रष्ट कर दिया। कुम्हार ( शूद्र ) के घर का पानी पिला दिया।
(पत्नी भय से थर-थर कांपने लगी)
उसने पण्डित से माफ़ी मांग ली।
पत्नी - अब ऐसी भूल नहीं होगी।
शाम को पण्डित जब खाना खाने बैठा तो घर में खाने के लिए कुछ नहीं था।
पंडित - रोटी नहीं बनाई। भाजी नहीं बनाई। क्यों????
पत्नी - बनायी तो थी। लेकिन अनाज पैदा करने वाला कुणबी(शूद्र) था और जिस कड़ाई में बनाया था, वो कड़ाई लोहार (शूद्र) के घर से आई थी। सब फेंक दिया।
पण्डित - तू पगली है क्या?? कहीं अनाज और कढ़ाई में भी छूत होती है?
यह कह कर पण्डित बोला- कि पानी तो ले आओ।
पत्नी - पानी तो नहीं है जी।
पण्डित - घड़े कहाँ गए???
पत्नी - वो तो मैंने फेंक दिए। क्योंकि कुम्हार के हाथ से बने थे।
पंडित बोला- दूध ही ले आओ। वही पीलूँगा।
पत्नी - दूध भी फेंक दिया जी। क्योंकि गाय को जिस नौकर ने दुहा था, वो तो नीची (शूद्र) जाति से था।
पंडित- हद कर दी तूने तो यह भी नहीं जानती की दूध में छूत नहीं लगती है।
पत्नी-यह कैसी छूत है जी, जो पानी में तो लगती है, परन्तु दूध में नहीं लगती।
(पंडित के मन में आया कि दीवार से सर फोड़ लूं)
वह गुर्रा कर बोला - तूने मुझे चौपट कर दिया है जा अब आंगन में खाट डाल दे मुझे अब नींद आ रही है।
पत्नी- खाट!!!! उसे तो मैनें तोड़ कर फेंक दिया है जी। क्योंकि उसे शूद्र (सुथार ) जात वाले ने बनाया था।
पंडित चीखा - वो फ़ूलों का हार तो लाओ। भगवान को चढ़ाऊंगा, ताकि तेरी अक्ल ठिकाने आये।
पत्नी - हार तो मैंने फेंक दिया। उसे माली (शूद्र) जाति के आदमी ने बनाया था।
पंडित चीखा- सब में आग लगा दो, घर में कुछ बचा भी हैं या नहीं।
पत्नी - हाँ यह घर बचा है, इसे अभी तोड़ना बाकी है। क्योंकि इसे भी तो पिछड़ी जाति के मजदूरों ने बनाया है।
पंडित के पास कोई जबाब नहीं था।
उसकी अक्ल तो ठिकाने आयी।
बाकी लोगों कि भी आ जायेगी।

10 अप्रैल 2018

खबरदार! होशियार!


अब भी वक्त है, आप घरों से निकल कर समाज के छोटे छोटे हिस्से को दंगाई बनाने के इस प्रोजेक्ट के खिलाफ आवाज़ उठाइये. बहुत देर हो चुकी है और यह देरी बढ़ती जा रही है. हर जगह एक भीड़ खड़ी है जिसे व्हाट्सएप के ज़रिए वीडियो और आडियो का इशारा मिलते ही वो दंगाई में बदल जाती है. हिन्दू मुस्लिम डिबेट के ज़रिए लोगों में बराबरी से ज़हर भरा गया है. अफवाह की एक चिंगारी भीड़ को किसी के मोहल्ले में ले जाती है और लूट-पाट से लेकर आगज़नी और हत्या कराने लगती है. हिन्दू-मुस्लिम डिबेट के केंद्र में है कि कैसे लगातार बहसों और प्रोपेगैंडा के ज़रिए आपके मन में मुसलमानों के प्रति नफ़रत भर दी जाए. इतनी भर दी जाए कि एक अफवाह भर से आप दंगा करने लग जाएं ताकि इल्ज़ाम भीड़ पर आए और नेता आपके बीच संत की तरह आता रहे. पूरा तंत्र लगा हुआ है वीडियो शेयर करने वाला.

19 मार्च 2018

होशियार मुसलमानो

होशियार मुसलमानो से ज़कात खैरात वसूलने के लिये पचास हजार RSS हिन्दु लडके दाडी बडा कर कुरता पाजामा और टोपी लागा कर घुम रहे है कई जगह पकडे भी गये है

ये लोग फरजी मदरसे खोल रहे हैं किराया पर और फरजी चन्दा कर रहे हैं आर एस एस के पलानिंग के तेहत मदरसों को बदनाम करने की शाजिश के तेहत ऐसा हो रहा है।

ईस लिये बगैर मदरसा देखे हरगिज कीसी को चन्दा ना दें।।बेनेकाब करने के लिये ईसे तमाम मुसलमानों मे फैलाये

वाह मोदी वाह

मोदी की वजह से सिर्फ 18 महीने के भीतर विश्व का सबसे 'विशाल' पार्टी कार्यालय का निर्माण करना सम्भव हो पाया।

आइये जरा इसकी खासियत भी अब जान लीजिए।

➖ 18 अगस्त 2016 को शिलान्यास हुआ और 18 फरवरी 2018 को उद्घाटन भी हो गया।

➖ 1,70,000 वर्ग फुट में फैली है जनता के खून पसीने की कमाई से बना यह विशालकाय इमारत।

➖ पार्टी महासचिवों के अय्याशी के लिए, इसमें 70 अलग-अलग कमरे हैं।

➖ सबसे ऊपरी मंजिल पर 50 हजार से 80 करोड़ कमाने वाले जय शाह के पिता... अमित शाह बैठेंगे, जहाँ से पूरा कॉम्प्लेक्स दिखाई देगा।

➖ नयी इमारत में 20 हज़ार IT Cell के दलालों के बैठने की व्यवस्था की गयी है।

➖ यहाँ एक प्रिंटिंग प्रेस भी होगा जिसमें विरोधियों के खिलाफ पुस्तकें छापने की और फेंक फोटोशॉप  बनाने की व्यवस्था हे 

➖ देशभर में फैले.... आरएसएस, बजरंग दल, तथा NDA के अन्य सभी घटकों से, एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा लाइव संवाद किया जा सकेगा।

➖ विरोधियों द्वारा अपेक्षित प्रदर्शन से निपटने के लिये, यहां हर तरह के अस्त्र- सस्त्र आधुनिक हथियार इस भवन में रखा गया है।

▪और सबसे महत्वपूर्व बात जनता के लिए आवास 2022 में बनेगा.
▪ 100 स्मार्ट सिटी 2022 में बनेगा।
▪ महंगाई 2022 में कम होगी।
▪ दिन दहाड़े लूट पाट, छीना झपटी 2022 से कम होंगे।
▪ पेट्रोल डीज़ल 2022 से सस्ते होंगे।
▪ आतंकवाद 2022 में खत्म होगा।
▪ किसान आत्महत्या 2022 से बंद होगी।
▪ भ्रस्टाचार 2022 से खत्म होगा।
▪ मंदिर भी 2022 में ही बनेगा।

            अरबों की लागत से भाजपा  का मुख्यालय बनकर तैयार हो गया। अब पूछो कितने AIIMS या नए कॉलेज बने?
तो कहते हैं कि 70 साल के गड्ढे भरने में वक्त लगेगा 😈

  यह 7 मंज़िला इमारत है जो
किसी भी पोलिटिकल पार्टी का सबसे बड़ा कार्यालय है।

05 महीनों में बीजेपी को 80,000 हज़ार करोड़ का चंदा मिला है,----
ये चंदा किसने दिया क्या किसी को पता है ??

🙈🙉🙊