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24 दिसंबर 2022

मरहूम वज़ीर हैदर रिज़वी (Kobe Sizzlers) की तद्फीन आज

 कुछ अरसे से बीमार चल रहे सय्यद वज़ीर हैदर कल 28 जमादिल अव्वल को मीरा रोड में इन्तेकाल कर  गए.

मरहूम दीनदार थे और हज्जो ज्यारात का फ़रीज़ा अदा कर चुके थे. हज् में  रोज़े अरफा की दुआ, उर्दू तर्जुमा के साथ आपने ही छपवाया था. आप एक नफासत पसंद शख्सियत थीं. अपने रिश्तेदारों का ख़याल  करते थे. अपने  वतन अंडहरा से बेलौस मोहब्बत थी. पाबन्दी से हर साल मुहर्रम वहीँ  गुजारते. 

आज बोम्बे के कब्रस्तान रह्मताबाद में सिपुर्दे ख़ाक कर दिए गए. अल्लाह  मरहूम की मग्फेरत करे. 

11 अगस्त 2010

ज़मीर हैदर (शब्बू) का सायन अस्पताल में इन्तेकाल

ज़मीर हैदर, मरहूम रियाजुल हैदर के फरजंद जो शब्बू के नाम से पुकारे जाते थे और मुम्बरा में रहते थे कल उनका बॉम्बे के सायन अस्पताल में इन्तेकाल हो गया. तद्फीन आज शाम को मीरा रोड के कब्रस्तान में होना है.
सनीचर के दिन होटल में काम करते शब्बू पियाज़ कि बोरियां चढ़ा रहे थे कि एक बोरी उनके सर गिरी जिसकी वजह से उनके गर्दन की हड्डी टूट गई . तीन रोज़ ICU में रहने के बाद कल रात उनहूँ ने दम तोड़ दिया और अपनी माँ ,  बीवी और एक बेटी को रोता बिलाकता दूसरी और अबदी दुनिया को कूच कर गए. यह २८ साल का नौजवान बहुत खुश मिज़ाज था. अपनी बेवा माँ का बहुत ख़याल रखता था. चार महीना पहले ही बाप का साया सर से उठा था.
आप लोगों से आज शब् नमाज़े वहशत की दरख्वास्त है.

13 अप्रैल 2010

The Funeral of Salman

The funeral took place on Monday 12th April 2010 at Rehmatabad Graveyard, Bombay. He passed away the same morning at 11.00 AM in Bandra. He had been in the ICCU for 40 days. Later brought back to his home, but, never recovered fully. He is survived by his wife and 2 daughters, 2 sisters and a brother including his mother. He had been on Hajj in 2006 and later went for ziyarat to Syria, Iran and Iraq. He was an active member of Anjumane Azadaraane Husain (a.s.). Organised Juloos, Majalis and Mahafil. His father, Niyaz Banarsi, a poet, died just 18 months back. He had a large social contacts. Well known in Shia community. A surah Fateha is all we can gift him for the increase of his barzakhi status.

26 मार्च 2010

Riyazul Hider of Karari Passed Away

The younger brother of Jakkan Baba marhum, Janab Riyazul Haider know as Munna, who lived in Kalyan near Bombay has passed away today morning at 8.30 AM. He will be buried in Mumbra Graveyard at 4.00 PM today. He has 3 sons. Durre, Shahe Najaf are elder ones.
Please do not forget Namaze Wahshat for him tonight.

02 अगस्त 2009

शहेंशाह आलम nahin rahe

मौलाना सय्यद हसनैन रिजवी करारवी के बड़े भाई मंज़ूर हसनैन इब्ने मंज़ूर हुसैन (shahenshaah aalam ) का आज सुब्ह बजे लंबी बीमारी की वजह से इन्तेकाल हो गया मरहूम बम्बई से पाँच दिन पहले करारी ले जाए गए थे। २५ जूलाई २००९ को उनके बड़े बेटे उर्फी का निकाह मुंबई मलाड में हुआ था निकाह के तीसरे दिन मरहूम को करारी ले जाया गया तदफीन करारी की कर्बला में उनकी वालेदा के पहलू में आज शाम बजे होगी।
आप से मरहूम के लिए नमाजे वहशत की दरखास्त है.
तफसील के लिए महमूद आलम से राबता किया जा सकता है 9320738595.

30 जुलाई 2009

इन्ना लिल्लाहे व इन्ना इलैहे राजेऊन

करारी के क़रीब रजईपूर गाँव के शहज़ादे नाम से मशहूर का पिछले हफ्ते इन्तेकाल हो गया । मरहूम मुम्बई में मलाड मालोनी में रहते थे । उनकी तदफीन रेह्मताबाद में हुई । मरहूम के तीन फरजंद थे , दो लड़के पहली बीवी से और एक दूसरी से । शेह्जादे मरहूम बा हुनर शखसिअत थे । BRA की design और कटिंग में माहिर थे । इलाहबाद में कारखाना चलाया कामयाब रहे , मगर बंद क्यूँ किया मालूम न हो सका और बम्बई चले आए ।
मरहूम का अस्ल इरशाद हुसैन इब्ने फ़य्याज़ हुसैन था । आप से एक सूरए फातेहा की गुजारिश है।

23 जुलाई 2009

जश्ने मसर्रत इमाम हुसैन (अ स ) की विलादत पर

इस इतवार को शाम ३ बजे से मग़रिब की नमाज़ तक, ३ शाबान की पुर बरकत मौके पर इमाम हुसैन (अ स ) की जन्म दिवस पर माहिम , मुम्बई में कसीदा की महफिल है जिस में बाहर से आए शाईर और मुम्बई के शाईर भाग लेंगे । आप भी इस प्रोग्राम में आमंत्रित हैं । कार्यक्रम इस तरह है :