![]() |
मौलाना सय्यद हसनैन करारवी , मौलाना मुमताज़ अली और अन्ज़ार सीतापुरी |
इस जश्न की निज़ामत जनाब मौलाना जवाद हैदर ने की और ज़मीर इलाहाबादी, अन्ज़ार सीतापुरी के अलावा दुसरे शोअरा ने अपना कलाम पेश किया।
मौलाना सय्यद हसनैन करारवी ने रूह परवर तक़रीर की।
ये महफ़िल तकरीबन 2 0 बरसों से इमामिया हाल में मुंअकिद होती चली आ रही है।