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17 अक्टूबर 2013

एजाज़ की वालेदा की रेहलत के 6 माह

एजाज़ (रिज़वी कॉलेज, मुंबई)  की वालेदा की रेहलत के 6 माह मुकम्मल होने पर 27 अक्तूबर को इलाहाबाद में मजलिसे तर्हीम।

26 मई 2013

एजाज़ हैदर को सदमा

 इन्ना लिल्लाहे व इन्ना इलैहे राजेऊन 
तकरीबन 2 घंटे पहले रिज़वी कॉलेज के एजाज़ हैदर की वाल्वेदा का इलाहबाद में इन्तेक़ाल हो गया। 
तद्फीन कल होगी।
एजाज़ से 09890151852  पर राबता किया जा सकता है. वो मीरा रोड, मुंबई में हैं। 

30 अप्रैल 2013

11 अप्रैल 2012

रिज़वी कॉलेज में ग़ुलाम हसनैन करार्वी मरहूम की पोती की शादी

 
दूल्हा, ओलामाए केराम के साथ तस्वीर खिंचाते हुए 
ग़ुलाम हसनैन करार्वी मरहूम की पोती समाना रिज़वी की शादी शबीहुल हसन रिज़वी मरहूम के फरजंद सय्यद मोहम्मद रेज़ा के हमराह रिज़वी कॉलेज, बांद्रा, मुंबई में ब खूबी अंजाम हुई. सल्लमहू इंग्लैण्ड के ब्रद्फोर्ड शहर में अपनी वालेदा के साथ रहते हैं.
निकाह 5 अप्रैल को हुआ था और Reception 7 अप्रैल को रिज़वी कॉलेज में रखा गया जिसमें में शहर की मोअज्ज़ज़ हस्तियों ने  शिरकत की थी. बम्बई शहर और बंबई के बाहर के ओलामा तशरीफ़ लाए थे.
Sports दुनिया की मशहूर हस्तियाँ भी जावेद भाई को मुबारक बाद देने पहुंची थीं. मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी वेंगसरकर और वसीम जाफ़र भी आए थे, IPL में खेलने की वजह से रोहित शर्मा नहीं आ सके, उन्हों ने मुबारकबाद का पैगाम भेज दिया.
हाकी के मशहूर आलमी खिलाडी धनराज पिल्लै भी पहुंचे थे. नैजवान हाकी खिलाडी युवराज वाल्मीकि भी reception  में मौजूद थे. Media से ताल्लुक रखने वाली बहुत सी शख्सियतें भी मौजूद थीं.
Karari, Allahabad, Lucknow, Delhi, Muzaffar Nagar, Kanpur, Malegaon, Pune, Jaunpur, Bangalore और हिन्दुस्तान के कई शहरों से मेहमान आए हुए थे. Iran और Dubai से भी इस पुर मसर्रत मौके पर शरीक थे.

क्रिकेट खिलाड़ी वेंगसरकर के साथ 
मशहूर हाकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै के साथ 

10 अप्रैल 2012

फर्ज़ान्दाने अबरार हुसैन मरहूम (प्यारे बाबा)


तंजीम हुसैन रिज़वी (दुलारे) और सरकार हुसैन रिज़वी (बच्चन) रिज़वी कॉलेज बॉम्बे में दावते वलीमा का लुत्फ़ उठाते हुए.

06 अप्रैल 2012

मजहर अब्बास उर्फ़ शेरू आहिस्ता आहिस्ता सेहत्याब हो रहे हैं


करारी के पास कर्बल्या के रहने वाले मजहर अब्बास जो शेरू के नाम से पुकारे जाते हैं अब आहिस्ता आहिस्ता सेहत्याब हो रहे हैं. शेरू रिज़वी कॉलेज मुंबई में काम करते हैं और दूसरों की ख़ुशी को अपनी ख़ुशी और दूसरों के गम को अपना गम समझते हैं.
बहुत मिलनसार और खुश  अखलाक हैं. हर वक़्त हँसते मुस्कुराते रहते हैं. 
हमारी दुआ है की अल्लाह तआला इनको जल्दी से अच्छा करदे. इन्हों ने नज़र की है की बिलकुल ठीक हो जाने पर अपने ख़ास अकीदतमंदों की मलाड में दावत करेंगे. 


उनके आने से आ जाती है मुंह पे रौनक
वोह समझते हैं की बीमार का हाल अच्छा है 

जावेद रिज़वी की दोख्तर का निकाह


कल शाम 5 बजे जावेद रिज़वी की दोख्तर समाना का निकाह मोहम्मद रेज़ा रिज़वी (मरहूम मौलाना शबीहुल हसन के फरजंद) के हमराह हो गया. यह तकरीब रिज़वी कॉलेज बान्द्रा में अंजाम पाई.
नौशाह का ताल्लुक इलाहबाद के करीब कोराली से है. सल्लमहू लन्दन में मोकीम मौलाना अली आबिद साहब के नवासे हैं और उनकी शहरियत भी वहीँ की है.
इस मुख़्तसर तकरीब में घर के  अफराद शरीक थे.

दुल्हन के वकील मौलाना ज़ेगामुर  रिज़वी निकाह पढ़ते हुए. दूल्हा के वकील कोई मौलाना हैदर थे 
बाएँ से: जावेद रिज़वी, मौलाना हसनैन करारवी, नौशाह मोहम्मद रेज़ा रिज़वी और मौलाना रज़ा हैदर साहब 
दुल्हे राजा: सय्यद मोहम्मद रेज़ा रिज़वी 

07 दिसंबर 2010

निशाने बाज़ी में ज़ोरारह रिज़वी को कांस्ये का तमगा


रिजवी कॉलेज मुंबई की पिस्तोल शूटिंग की टीम की तरफ से खेलते हुए अली ज़ोरारह ने कांस्ये पदक जीता . उनकी टीम में तीन अफराद शामिल थे. दस मीटर के इस प्रतियोगिता में तीसरे नंबर पर आये. माई करारी उनको मुबारकबाद पेश करती है और दुआ करती है की निशाने बाज़ी की दुनिया में ज़ोरारह अव्वल नंबर रहें और कौम का नाम उंचा करें. 

05 दिसंबर 2010

29 नवंबर 2010

अली मियाँ का अंगूठा ज़ख्मी

मरहूम शरीफुल हसनैन के छोटे फरजंद, वजीहुल हसनैन जिनको लोग अली मियाँ के नाम से जानते हैं 25 नवम्बर को लोकल ट्रेन में लड़ाई कर रहे दो अजनबी आदमियों को छोडाते हुए उन  में से एक ने  ने उनके सीधे हाथ का अंगूठा चबा लिया. अली मियाँ को फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया जहाँ उन्हें 1600 रूपये ईलाज में खर्च करना पड़े. मीरा रोड से रिजवी कॉलेज ड्यूटी    जा रहे थे. अब उन्हों ने कान पकड़ लिया है की दो लड़ते अजनबियों के बीच कभी ना बोलेंगे. इस साल करारी में  मुहर्रम की पहली तीन मजलिसें उनके हिस्से की हैं. My Karari उनके ग़म में बराबर का शरीक है.

14 जून 2010

The Purpose of Karari Blog

Dear Readers,
This blog pertaining to Karari has been uploading events, news and personality introductions. We have tried our best that whatever appears on this blog should be positive and helpful to the Kararians. It could not be updated regularly because to run a blog, the blogger should be present in Karari otherwise it is difficult to get full and exact information.
The bomb blast took place in Feb'2010, in which 4 school children were fatally injured. The news had come through different sources. The names of number of persons was rumoured to be involved in it, but, we abstained to put them without authentic confirmation. A name had appeared in the report due to mistaken identity as he did not belonged to Karari.
The news update on the case is that the actual person has surrendered and others suspects have been cleared out.
But, it is sad that some ill-will persons are trying to create negative atmosphere and are trying to settle their old scores on this issue.
It is appreciable that Mr. Rashid Rizvi of Rizvi College, Karari has played a constructive role in this issue and eased the tension among the personalities through his positive approach.
We pray that Almighty Allah guides His servants on right path.

08 मई 2010

Nikah of the Grandson of marhum Ghulam Hasnain Kararvi

A simple Nikah Ceremony of Sayed Taus Mahdi, grandson of marhum Sayed Ghulam Hasnain Kararvi (founder of Association of Imam Mahdi a.s.) was held at Rizvi College, Bandra on 6th May 2010. Taus is the eldest son of Javed Rizvi. The Rizvi family members gathered to solemnised this happy and joyous occasion. Nikah was recited by Hujjatul Islam Maulana Sayed Husain Mahdi Husaini and Hujjatul Islam Sayed Hasnain Rizvi Kararvi. The Sehra was read by poet Mohsin Zaidi and Hadith-e-Kisa by Tusi Rizvi.

Husain bhai and Prof. Nazar Abbas were active in managing the ceremony.
The members of the marhum Amir Ali family had come from Karari. The elder brother of marhum Sayed Ghulam Hasnain Kararvi traveled to be a part of this ceremony inspite of his ill health. Subban Rizvi, Baddan Rizvi, Aqa Hasan, Maulana Raza Raza Haider and other relatives joined the celebrations at the venue. The bride belongs to Lucknow, but, are settled in Mumbai, the commercial capital of India.
Taus seen in the below photograph along with both the Hujjatul Islam.