करारी के पास कर्बल्या के रहने वाले मजहर अब्बास जो शेरू के नाम से पुकारे जाते हैं अब आहिस्ता आहिस्ता सेहत्याब हो रहे हैं. शेरू रिज़वी कॉलेज मुंबई में काम करते हैं और दूसरों की ख़ुशी को अपनी ख़ुशी और दूसरों के गम को अपना गम समझते हैं.
बहुत मिलनसार और खुश अखलाक हैं. हर वक़्त हँसते मुस्कुराते रहते हैं.
हमारी दुआ है की अल्लाह तआला इनको जल्दी से अच्छा करदे. इन्हों ने नज़र की है की बिलकुल ठीक हो जाने पर अपने ख़ास अकीदतमंदों की मलाड में दावत करेंगे.
उनके आने से आ जाती है मुंह पे रौनक
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