javed rizvi लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
javed rizvi लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

15 दिसंबर 2012

मरसिया के चंद बंद

बांद्रा east के 25 मोहररम के जुलूस के ख़त्म होने पर मजलिस होती और उस से पहले पेश खानी। 
जावेद रिज़वी ने चाँद बंद मरसिया के पढ़े थे जिसकी रिकॉर्डिंग आप की खिदमत में पेश की जा रही है।

16 जुलाई 2012

मीरा रोड, मुंबई में खतीब के घर महफ़िल

करारी,इलाहबाद के नवजवान शाएर जावेद रिज़वी के छोटे भाई ख़तीब साहब के मकान पर रात महफिले मुक़सिदा का इनेकाद हुआ था। यह महफ़िल इमामे ज़माना (अ.स.) की शान में हर साल शाबान के आखरी इतवार को होती है।
महफ़िल में इलाहबाद से आए हुए कई अफराद मौजूद थे। ओलमा हज़रात में मौलाना क़मर महदी, मौलाना एहसान हैदर जवादी, मौलाना जवाद हैदर जवादी और मौलाना हसनैन करारवी तशरीफ़ फरमा थे। रिज़वान हैदर जवादी ने हर अच्छे शेर पर खुल कर दाद दी।
इलाहबाद से मुख़्तार रिज़वी और जावेद रिज़वी ने महफ़िल में शिरकत की। अब्बास आलम साहब ने नेज़ामत के फ़राएज़ जावेद रिज़वी को सौँप दिया.
बहुत अच्छे अच्छे कलाम पढ़े गए। रोशन करारवी , मुख़्तार रिज़वी ने वाह  वाही  लूटी। हुसैन आलम ने छोटी बहेर में बेहतरीन कसीदा कहा। 
फहीम इलाहाबादी के शानदार और मुख़्तसर कलाम पर महफ़िल का इख्तेताम हुआ।  
1BHK के फ्लैट में "10ftx15ft" के हॉल में यह एक बड़ी महफ़िल थी। बॉम्बे में अपने घर पर मजलिस और महफ़िल करना एक बड़ी बात है।


हैदर अब्बास साहब अपना कलाम पढ़ते हुए 

11 अप्रैल 2012

रिज़वी कॉलेज में ग़ुलाम हसनैन करार्वी मरहूम की पोती की शादी

 
दूल्हा, ओलामाए केराम के साथ तस्वीर खिंचाते हुए 
ग़ुलाम हसनैन करार्वी मरहूम की पोती समाना रिज़वी की शादी शबीहुल हसन रिज़वी मरहूम के फरजंद सय्यद मोहम्मद रेज़ा के हमराह रिज़वी कॉलेज, बांद्रा, मुंबई में ब खूबी अंजाम हुई. सल्लमहू इंग्लैण्ड के ब्रद्फोर्ड शहर में अपनी वालेदा के साथ रहते हैं.
निकाह 5 अप्रैल को हुआ था और Reception 7 अप्रैल को रिज़वी कॉलेज में रखा गया जिसमें में शहर की मोअज्ज़ज़ हस्तियों ने  शिरकत की थी. बम्बई शहर और बंबई के बाहर के ओलामा तशरीफ़ लाए थे.
Sports दुनिया की मशहूर हस्तियाँ भी जावेद भाई को मुबारक बाद देने पहुंची थीं. मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी वेंगसरकर और वसीम जाफ़र भी आए थे, IPL में खेलने की वजह से रोहित शर्मा नहीं आ सके, उन्हों ने मुबारकबाद का पैगाम भेज दिया.
हाकी के मशहूर आलमी खिलाडी धनराज पिल्लै भी पहुंचे थे. नैजवान हाकी खिलाडी युवराज वाल्मीकि भी reception  में मौजूद थे. Media से ताल्लुक रखने वाली बहुत सी शख्सियतें भी मौजूद थीं.
Karari, Allahabad, Lucknow, Delhi, Muzaffar Nagar, Kanpur, Malegaon, Pune, Jaunpur, Bangalore और हिन्दुस्तान के कई शहरों से मेहमान आए हुए थे. Iran और Dubai से भी इस पुर मसर्रत मौके पर शरीक थे.

क्रिकेट खिलाड़ी वेंगसरकर के साथ 
मशहूर हाकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै के साथ 

06 अप्रैल 2012

जावेद रिज़वी की दोख्तर का निकाह


कल शाम 5 बजे जावेद रिज़वी की दोख्तर समाना का निकाह मोहम्मद रेज़ा रिज़वी (मरहूम मौलाना शबीहुल हसन के फरजंद) के हमराह हो गया. यह तकरीब रिज़वी कॉलेज बान्द्रा में अंजाम पाई.
नौशाह का ताल्लुक इलाहबाद के करीब कोराली से है. सल्लमहू लन्दन में मोकीम मौलाना अली आबिद साहब के नवासे हैं और उनकी शहरियत भी वहीँ की है.
इस मुख़्तसर तकरीब में घर के  अफराद शरीक थे.

दुल्हन के वकील मौलाना ज़ेगामुर  रिज़वी निकाह पढ़ते हुए. दूल्हा के वकील कोई मौलाना हैदर थे 
बाएँ से: जावेद रिज़वी, मौलाना हसनैन करारवी, नौशाह मोहम्मद रेज़ा रिज़वी और मौलाना रज़ा हैदर साहब 
दुल्हे राजा: सय्यद मोहम्मद रेज़ा रिज़वी 

30 जनवरी 2012

जावेद रिज़वी के मकान पर आज रात में मजलिस

मरहूम सय्यद ग़ुलाम हसनैन करारवी
 आज रात 8 बजे करारी में जावेद रिज़वी के मकान पर मरहूम सय्यद ग़ुलाम हसनैन करार्वी के ईसाले सवाब की मजलिस रखी गई है. जिसे  मौलाना जैगमुर रिज़वी खिताब फ़रमाएँगे.
मोमिनीन से ज्यादा से ज्यादा तादाद में शिरकत की दरखास्त है.   

07 जनवरी 2012

मौलाना सय्यद ज़ोहैर कैन साहब किबला

नजफे अशरफ के तालीम याफ्ता मौलाना सय्यद ज़ोहैर कैन साहब किबला. गुज़िश्ता कई बरसों से रिज़वी कॉलेज, करारी में 9 मुहर्रम को बाद नमाज़े ज़ोहरैन मजलिस पढ़ते चले आ रहे हैं. उनके साथ बाईं जानिब, हमारे भाईजान और कॉलेज के trustee  जावेद रिज़वी.

08 मई 2010

Nikah of the Grandson of marhum Ghulam Hasnain Kararvi

A simple Nikah Ceremony of Sayed Taus Mahdi, grandson of marhum Sayed Ghulam Hasnain Kararvi (founder of Association of Imam Mahdi a.s.) was held at Rizvi College, Bandra on 6th May 2010. Taus is the eldest son of Javed Rizvi. The Rizvi family members gathered to solemnised this happy and joyous occasion. Nikah was recited by Hujjatul Islam Maulana Sayed Husain Mahdi Husaini and Hujjatul Islam Sayed Hasnain Rizvi Kararvi. The Sehra was read by poet Mohsin Zaidi and Hadith-e-Kisa by Tusi Rizvi.

Husain bhai and Prof. Nazar Abbas were active in managing the ceremony.
The members of the marhum Amir Ali family had come from Karari. The elder brother of marhum Sayed Ghulam Hasnain Kararvi traveled to be a part of this ceremony inspite of his ill health. Subban Rizvi, Baddan Rizvi, Aqa Hasan, Maulana Raza Raza Haider and other relatives joined the celebrations at the venue. The bride belongs to Lucknow, but, are settled in Mumbai, the commercial capital of India.
Taus seen in the below photograph along with both the Hujjatul Islam.