26 अप्रैल 2012

ज़िन्दाने शाम की शबीह

करारी, इलाहबाद में 8 रबीउल अव्वल को जुलूसे अमारी के जुलूस के मौके पर ज़िन्दाने शाम की शबीह बनाई जाती है. यह उसी क़ैद ख़ाने का दरवाज़ा है. इस क़ैदखाने में बीबी सकीना के क़ब्र की शबीह है.   

कोई टिप्पणी नहीं: