31 जुलाई 2010

मरहूमा कनीज़ कुबरा की तीसरी बरसी है

आज शाबान की १८ तारीख, हमारी नानी, मरहूमा कनीज़ कुबरा की तीसरी बरसी है . मरहूमा एक नेक सिफात की हामिल और अहलेबैत की सच्ची मोहब्बत रखने वाली कनीज़ थीं . उन्हों ने ६ बेटों और ४ बेटियों की परवरिश की. जिस में सब से बड़े मशहूर मुफक्किर और शाएर मरहूम महमूद सरोश थे और सब से छोटे सादिक हसन रिजवी हैं. यह भी शाएरी करते हैं और खूब करते हैं. दीगर ४ बेटों में याकूब हसन रिजवी , युसूफ हसन रिजवी, डॉक्टर अख्तर हसन रिज़वी (रिजवी बिल्डर्स) और सिब्ते हसन रिज़वी हैं. मरहूमा कनीज़ कुबरा की ४ बेटियों में सबसे बड़ी का इन्तेकाल हो गया है, उसके बाद हमारी वालेदा हैं.
कल रात हम लोगों ने मरहूमा कनीज़ कुबरा का घर पर फातेहा दिलाया . दस्तरखान पर जिन चीज़ों को रखा था उसकी तस्वीरें पेशे खिदमत हैं.

28 जुलाई 2010

मरहूम शमीम काजिम का चेहलुम

मरहूम शमीम काजिम का चेहलुम २५ जुलाई को उनके आबाई गाँव रक्सुवारा में हुआ जो करारी से तकरीबन चार कि मि दूर है. . मजलिस मौलाना मिर्ज़ा मोहम्मद अशफाक साहब ने पढी . मरहूम नई दिल्ली के ओखला के कब्रस्तान में अपनी अहलिया मर्हुमः के सरहाने दफन हैं. यह कब्रस्तान बटला हाउस के बिलकुल करीब है. न जाने ऐसा क्यूँ हुआ कि उन्हें अपने आबाई वतन में दफन नहीं किया गया और मुसलमानों के इस मुश्तरका कब्रस्तान में गुमनामी के हवाले कर दिया गया जहाँ कोई शमा रौशन करने वाला भी नहीं है, फातेहा पढना तो दूर की बात है . यह इतनी बड़ी शख्सियत के साथ सितम ज़रीफी नहीं है तो क्या है! अल्लाह तआला मरहूम को जवारे आइम्मा में जगह दे. आप भी उन्हें एक सुरह फातेहा से बख्श दें, क्यूँ की अब वोह आप के मोहताज हैं. मौत सब से बड़ी इबरत है अगर लेने वाला ले सके .
नीचे की तस्वीर उनके कब्र की है जिस पर अभी कोई निशान नहीं है.

23 जुलाई 2010

मरहूम साकिब रिजवी का चेहलुम

मरहूम साकिब रिजवी का चेहलुम रविवार २५ जुलाई को होगा जिसमें मौलाना मिर्ज़ा मोहम्मद अतहर साहब जाकरी करेंगे. यह मजलिस सुबह ११ बजे रिज़वी कॉलेज बंदर में होगी.

17 जुलाई 2010

हज़रत अब्बास (अ.स.) की विलादत मुबारक

आज ४ शाबान हैं. हज़रत अब्बास (अ.स.) की विलादत का दिन. आप सब लोगों को मुबारकबाद पेश करते हैं . अल्लाह उन हज़रत के सदके में हम को भी बा वफा बना दे. जिस तरह हज़रत अब्बास (अ.स.) ने कर्बला में अपने वक़्त के इमाम पर अपनी जान दे दी उसी तरह हम भी अपने ज़माने के इमाम की खिदमत कर सकें.
अगर हम अपने माँ बाप भाई बहेन से वफ़ा करेंगे तब हम अपने वक़्त के इमाम से वफादारी कर सकेंगे.

16 जुलाई 2010

इमाम हुसैन (अ.स.) पर कसीदा

तीन शाबान, हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) की विलादत का दिन है, यह विडियो पाकिस्तान के एक अहले सुन्नत जाकिर का हैं जिन्हों ने इसे पढ़ते हुए समझाने की कोशिश भी की है. 

13 जुलाई 2010

३ शाबान, हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.)


३ शाबान, हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) की विलादत का दिन है. इस मुबारक मौके पर महफिले पंजतन, माहिम, मुम्बई में १८ जुलाई को एक जश्न का एहतिमाम किया गया है. इस जश्न में मुल्क के नामवर शाएर तशरीफ़ लाने वाले हैं. साथ ही मुंबई के शोअरा भी अपना कलाम पेश करेंगे. जश्न का इफ्तेताह डा सय्यद अख्तर हसन रिजवी के हाथों होगा और तक़रीर मौलाना हसनैन करार्वी की होगी. मुंबई वासियों से शिरकत की उम्मीद है.
यह जश्न इतवार को दोपहर ३.३० बजे से मग़रिब की नमाज़ तक चलेगा.

07 जुलाई 2010

तालाब्पर में २७ और २८ रजब को प्रोग्राम

कई बरसों से तालाबपर, करारी में २७ और २८ रजब का शानदार प्रोग्राम होता चला आ रहा है. २७ रजब पैग़म्बर की मेराज के सिलसिले में होता है और २८ रजब को इमाम हुसैन (अ.स.) की मदीना से रवानगी की याद में  जुलूस निकाला जाता है.
मेराज के सिलसिले में महफिले मक़सिदा होती है जिसमें मुल्क के नामवर शाएर हजरात शिरकत करते हैं. इस साल यह प्रोग्राम १० और ११ जुलाई को होगा .
तफसील के लिए आप जनाब ज़हूर महदी (गुड्डू ) से राबेता कर सकते हैं. फ़ोन : 09892973014

02 जुलाई 2010

रज़ा हसनैन ( डा. अम्मन) का इन्तेकाल

 हाजी आग़ा सिबतैन हैदर के भाई जनाब रज़ा हसनैन ( डा. अम्मन)  का आज सुबह १०.३०  बजे इलाहाबाद में इन्तेकाल हो गया है. तद्फीन अभी करारी की कर्बला में होने जा रही है. आप से सुरह फातेहा की दरख्वास्त.

एक यादगार तस्वीर

मरहूम शमीम काजिम साहब , मरहूम अल्लामा जवादी साहब के हाथों से जैनबिया एवार्ड हासिल करते हुए . रिज़वी स्पोर्ट्स क्लब के सेक्रेटरी जनाब जावेद रिज़वी भी देखे जा सकते हैं.

जनाबे फतेमः ज़हरा (स.अ.) पर नज़्म

यह विडियो जनाबे फतेमः ज़हरा (स.अ.) की विलादत की तारीख़ के जश्न के  मौके पर पढी गई फ़ारसी नज़्म का है जिसे रहबर की खिदमत में पेश किया गया. बहुत से अल्फ़ाज़ से हम मानूस हैं. गौर से सुनिए और समझने की कोशिश कीजिये.

01 जुलाई 2010

शमीम काजिम नहीं रहे

Bombay Mercantile बैंक के पूर्व एम् डी, इंसान दोस्त, बैंकर, अक़लिय्यती कमीशन के मिम्बर, रक्स्वारा के ज़मींदार, मोहिब्बे अह्लेबय्त , जनाब शमीम काजिम आज सुबह दिल्ली में इन्तेकाल कर गए. आज दिल्ली में ही दो बजे दिन में उनकी तद्फीन है. आज रात नमाज़े मग़रिब के बाद उनके लिए नमाज़े वहशत पढना न भूलें.