08 फ़रवरी 2011

फुफा सय्यद नासिर हुसैन का इन्तेकाल

इन्ना लिल्लाहे व इन्ना ईलैहे राजेऊन 
रात तक़रीबन 12 बजे, हमारे फुफा सय्यद नासिर हुसैन इब्ने सय्यद नाज़िर हुसैन का ज़ईफी की वजह से इन्तेकाल होगया. मरहूम की उम्र 90 साल से बाला थी. फूफी का इन्तेकाल अगस्त 2004 में हुआ था.
मरहूम मेहनतकश इंसान थे. जमशेदपुर  में टाटा स्टील में मुलाजिम थे और अपने बचे हुए वक़्त में अपने भाई आक़ा हसन के साथ  पेट्रोमाक्स की दूकान चलाते थे.
मिज़ाज में इन्केसार, मोहब्बत, तवाज़ो, अकरबा परवरी और इखलास भरा हुआ था. कभी किसी ने उन्हें तैश में आते नहीं देखा. सब्रो तहम्मुल पर मलका रखते थे. अल्लाह तअला ने 5 लड़कियों की शक्ल में रहमत अता की थी.  कोई फ़रज़न्द न होने की कभी ज़बान पर शिकायत नहीं आई.
डा बेताब, सुब्बन, मज्जन, मौलाना रज़ा हैदर और रुशेद, मरहूम के दामाद हैं. भाई जावेद उनकी इकलौती बहेन के दामादे अकबर हैं.    
पर्वारदेगार मरहूम को जवारे अहले बैत (अ.स.) में जगह अता करे. आज शाम 3 बजे  करारी की कर्बला में तद्फीन होगी. आप लोगों से गुजारिश है की नमाज़े मग़रिब के बाद नमाज़े वहशत ज़रूर पढ़ें और फिलवक्त एक सुरह फातेहा से बख्श दें.
दाएं में मरहूम नासिर फुफा भाई जावेद के साथ. दो महिना पहले की तस्वीर