कल रात करारी जामे मस्जिद में तमाम मोमिनीन से मुलाक़ात हुई. सब ने मुस्कुरा कर वही पुराना सवाल दोहराया के " कब आए?' आजकल मुज़फ्फर नगर, जओली के मौलाना मोहम्मद आमिर काज़मी जामे मस्जिद में इमामत कर रहे हैं.
यह अनवारुल ओलूम, इलाहबाद से फारिगुत तहसील हैं, जल्द ही रिश्ते इज्दवाज में बंधने वाले हैं. खिता बत भी अच्छी करते हैं. जोश है, जज़्बह है, बच्चों और नौजवानों में घिरे रहते हैं . साहेबे Laptop हैं इसी बात से उनकी शख्सियत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है .
माहे रमजान में बच्चों और नौजवानों से राबता रहा वोह इस लिए की उनकी खुसूसी क्लास में 63 बच्चे शिरकत करते थे.
भाई जैनुल अब्बास 30 बच्चियों की अलग क्लास चला रहे थे. इस क्लास में अहकाम के वाजिबात समझाया जा रहा था.
क्लास के सभी शोराका को इनाम से नवाज़ा गया. मोमिनीने करारी को इस नौजवान आलिमे दीन से बहुत तव्क़्क़ोआत हैं. अल्लाह उन्हें पूरा करे.
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