25 मई 2021

बुद्धि की ज़रुरत

 इमाम हसन (अ) कहते हैं:

जिसके पास बुद्धि नहीं है उसके पास अदब  नहीं है

और जिसके पास साहस नहीं है उसके पास मुरव्वत  नहीं है

और जिसका कोई दीन  नहीं है, उसे कोई शर्म नहीं है।

समझदारी यही है......


लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।

दोनों लोकों को बुद्धि से प्राप्त किया जा सकता है

और जिसने अपना दिमाग खो दिया है

वह सब कुछ खो देगा।


कशफ़ुल ग़ुम्मा फी मारेफ़तील अइम्मा , जिल्द १ , सफ़ा 571 

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