क़ाज़ी जी की मस्जिद, बख्शी बाज़ार, इलाहबाद |
मजलिस से पहले सोज़ खानी और पेश्खानी हुई. शाएरों ने अपना मंजूम नजराना पेश किया.
मरहूम के फर्ज़न्दान राजू, अनवार और राशिद के लिए ये बहुत दुःख भरा दिन था . राशिद अबू धाबी से चेहलुम के लिए आए थे. अल्लाह इनको सबरे जमील अता करे .
मरहूम के छोटे भाई जनाब मुख़्तार साहब पर अपने भाई के बिछड़ जाने से बहुत ज्यादा असर रहा , उन्होंने इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी थी.
परवरदिगार मरहूम को जवारे मासूमीन में जगह दे.
2 टिप्पणियां:
Hamid Bhai ke Chehlum me sardi ho jane ke sabab na pahunghpane ka bahut malal hai.Allah unhe jaware Masoomeen me jagah de aur unke ahle kunba ko sabre jameel ata kare Marhoom ke liye duai maghferat karta nhu
S M Hasnain Rizvi
C-54/B Jitarnagag,Delhi-110051
011-22459640 09968202964
zzzzz2018.8.9
ed hardy clothing
moncler online
pandora
off white jordan 1
ugg boots
cheap nhl jerseys
kate spade outlet
coach outlet
supreme shirt
christian louboutin shoes
एक टिप्पणी भेजें