हिंदी भाषा उर्दू से ज्यादा करीब है। इसी लिए अंग्रेजी की जगह हिंदी में बात कही जा सके ताकि सब पढ़ और समझसकें । आप की राए हमारे लिए कीमती है । हमारी कोशिश यही रही है की हम करारी से सम्बन्धित अच्छी खबर छापेंऔर हम ने किया भी यही।
कभी मजबूरन या अनजाने तौर पर अगर कोई नागवार खबर आ गई तो लोगों की गुज़ारिश पर उसे ब्लॉग से निकालभी दिया , क्यूँ की हमारा मकसद किसी की मुखालेफत करना नहीं है और न ही किसी से दुश्मनी निकालना है।
लोगों के दरमियान अच्छे ताल्लुकात हों यही हमारी पालिसी है।
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