22 जून 2010

साकिब रिजवी के सय्युम की मजलिस

कल मग़रिब की नमाज़ के बाद रिज़वी कालिज में मरहूम साकिब रिजवी के ईसाले सवाब के लिए एक मजलिसे अजा का एहतिमाम किया गया था. मजलिस मौलाना जनाब सय्यद हसनैन करार्वी ने पढी .
मौलाना साहब ने मौत की हकीकत, कब्र, बरज़ख, क़यामत, हिसाब और किताब, नेक आमाल और  अज़ाबे कब्र के बारे में बयान किया . हज़रत अली अकबर के मसाएब  ने अजादारों को गिरया करने पर मजबूर कर दिया.
मौलाना शेर मोहम्मद जाफरी (दरबारे हुसैनी), मौलाना  एहसान हैदर (मीरा रोड), मौलाना ज़हीर हसन (माहिम ) और मौलाना तहजीबुल हसन साहब भी तशरीफ़ लाए थे.
रिजवी खानदान के अफराद और दोस्त एहबाब भी मौजूद थे.