03 दिसंबर 2011

फाटक में शबीहे ताबूत

फाटक का  इमामबाडा बहुत क़दीम है. यहाँ पर हिन्दोस्तान के बड़े बड़े जाकेरीन ने खिताबत की है. इस साल मरहूम हिदायत हुसैन उर्फ़ हिद्दन के फरजंद की ज़िम्मेदारी है की वोह मजालिस को बरपा करें. वोह कर भी रहे हैं.
मौलाना जवाद हैदर साहब ज़ाकरी फरमा रहे हैं. आज रात फाटक से शबीहे ताबूत बरामद होंगे.
मौलाना जवाद हैदर साहब खिताब करते हुए.
     

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

Thnx for the update sir. Doing azadari in one's watan (hometown) is a completely different feeling. Keep updating. God Bless U!!

Dr. Firdaus Rizvi ने कहा…

Thanks on behalf of all the Kararians who miss Juloose-Aza of Karari particularly the 'Ashoora' and the 7th day of Moharram.

This is my Imam-Baragah. We have definitely missed our father this year. May his soul rest in peace.

Dr. Firdaus Rizvi